इसलिए प्यारे-प्यारे नन्हे-सुमनों की चर्चाएँ अक्सर छूट जाती हैं! ------------------- आज प्रस्तुत है-  | 
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- कल रविवार था .  हम मेट्रो रेल से फूफाजी ( अनुष ) के घर गए थे .   | 
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पाखी की दुनिया में पाखी बता रहीं है कि-  | 
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आओ दोनों झूला झूलें। खिड़की-दरवाजों को छू लें।।  मिल-जुलकर हम मौज मनाएँ।  जोर-जोर से गाना गाएँ।।  माँ कहती मत शोर मचाओ।  जल्दी से विद्यालय जाओ।।  मम्मी आज हमारा सण्डे...  | 
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बच्चों की यह कविता:  * बच्चे हैं, हम बच्चे हैं ,  हम बच्चे हैं हम ....  हम अच्छे हैं, हम सच्चे हैं,  हैं थोड़ा कच्चे हम . ...  | 
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जादू बता रहे हैं कि स्वस्थ रहने के लिए  | 
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इसमें मैंने आलू के ऊपर राइ का पेड़ उगाया है और  मम्मी की बिंदी से इसका आँख और मुह बनाया है . ...  | 
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रचा यह रेलगाड़ी का गीत!  | 
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बच्चों और बडों से  आज एक बहुत आसान सा सवाल  पूछने का मन हे,  लेकिन इस का जबाब सिर्फ़ और सिर्फ़  आप लोगो के पास ही है,  गूगल मे ढूंढ कर अपना वक्त खराब ना करे.....  | 
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पेश कर हीं हैं, बचपन का गीत  बचपन मेरा कितना प्यारा  मम्मी-पापा का राजदुलारा  माँ की ममता, पापा का प्यार  याद आता है लाड़-दुलार। ...   | 
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डा.नागेश पांडेय 'संजय' लेकर आये हैं  बहुत ही प्यारा * बालगीत:   | 
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*कुल कितनी गाडियां पंजीकृत हुई बताना ?  How many Vehicles Register ?*  *आज मैंने एक बड़ी कार देखी उस का नम्बर * *DL 01ZZ 4253 (माना) था *  *अब आप को बताना यह...  | 
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बाल-दुनिया में देखिए- तीन रंगों का प्यारा झण्डा राष्ट्रीय ध्वज है कहलाता केसरिया,  सफेद और हरा आन-बान से यह लहराता  चौबीस तीलियों से बना चक्र प्रगति की राह है दिखाता ...  | 
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में पढ़िए कुछ क्षणिकाएं -  | 
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सारा दूध नहीं दुह लेना : डॉ. मयंक की शिशुकवितासारा दूध नहीं दुह लेना ![]()  | 
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- एक बेबी रेबिट था । उसे एक चाक्लेट मिली ।  उसनें वह चाक्लेट अपनी मम्मी को दे दी ।  उसकी मम्मी बहुत हैपी हुई । फ़िर मम्मी नें बेबी रेबिट से पूछा " तुम क्या लोगे ...  | 
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नन्ही परी कह रहीं हैं!  | 












चर्चा के लिए आभार
ReplyDeleteप्यारे प्यारे बच्चों के ब्लोग्स की सुंदर सजीली चर्चा .... चैतन्य को शामिल करने का आभार
ReplyDeletenice links
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