नन्हे सुमन बहुत प्यारे हैं !
नन्हे मुन्नों की चर्चा में,
रंग भरे न्यारे-न्यारे हैं !!
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Something in me.... -*I want to change* *something * *in me,* *I want to call* *something* *in me,* *I want to tell* *something* *to me,* *to do these things,* *I chan...
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प्यारे-प्यारे चित्र और पाखी - ये देखिये मैं क्या लाई. ढेर सारे चित्र और इन चित्रों में मैं, मम्मी-पापा और भी बहुत कुछ. ये चित्र मुझे गिफ्ट किये हैं प्यारे से आशीष (आशु) अंकल ने. आशु अंक...
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और यह रही आज की तीसरी चर्चा-
कविता गर्मी - गर्मी इस भीषण काल गर्मी में , सूख गयी हैं नदिया सारी.... परेशान हैं हर मनुष्य, क्यों बरसा नहीं पानी.... इस भीषण काल गर्मी में, अगर पानी को हैं पाना..... तो ह...
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चौथे नम्बर की चर्चा में है-
my friend's drawings -किडजी प्रे - स्कूल , जालान महारास्ट्र से महक और भावना ने मुझे ये दो drawings भेजा है...अच्छा है न...इन दोनों ने Father 's Day पर ये colour किया था...
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पाँचवे स्थान पर चर्चा करते है-
सरस पायस को मिला कांस्य पदक : परियोजना पुरस्कृत
जिसके नाम पर इस ब्लॉग का नाम "सरस पायस" रखा गया है!
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बाल कविता: आन्या गुडिया प्यारी संजीव 'सलिल' - बाल कविता: आन्या गुडिया प्यारी संजीव 'सलिल' * * आन्या गुडिया प्यारी, सब बच्चों से न्यारी। गुड्डा जो मन भाया, उससे हाथ मिलाया। हटा दिया मम्मी...
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माधव को भला कैसे भूल सकते हैं?
इंडिया गेट 02/07/2010 - कल मम्मी पापा के साथ इंडिया गेट गया था . वहाँ पर बहुत सारे पक्षी ( कौवे और मैना) थे. कौवों को मैंने बिस्कुट खिलाया , बिस्कुट खिलाने के बाद उनके पीछे -पीछे ...
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‘‘… ..बादल बरस रहे हैं?’’ (डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री ‘मयंक’)- *गरज रहे हैं, लरज रहे हैं, काले बादल बरस रहे हैं।* * कल तक तो सूखा-सूखा था, धरती का तन-मन रूखा था, आज झमा-झम बरस रहे हैं। काले बादल बरस रहे हैं।।*
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आओ, पूछें एक सवाल मेरे सिर में कितने बाल ?- आओ, पूछें एक सवाल मेरे सिर में कितने बाल ? कितने आसमान में तारे? बतलाओ या कह दो हारे। नदिया क्यों बहती दिन रात? चिड़ियाँ क्या करती हैं बात ? क्यों कुत्ता ...
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ये देखो मैंने बेलून बना दिए.. बेलून....- मम्मु में मुझे बेलून बनाना सिखाया है.. गोल गोल जलेबी बनाओ और उसकी पुंछ बना दो... बन गया बेलून... कैसा लगा मेरा बेलून?
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और अन्त में दो ब्लॉग और-
स्कूल शुरू ... -अब हमारी मस्तियो पर थोडा सा विराम लग गया है, क्यों की अब मेरा स्कूल शुरू हो गया / पहले दिन से ही मुझे अपना नया स्कूल बहुत अच्छा लगा, ये मेरे पहले वाले स्क...
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नट्खट कान्हा - 2 - हैलो फ़्रैण्ड्स मैने पहले आपको कान्हा की एक कहानी सुनाई न । आज कनुआ की एक और कहानी सुनाऊंगा । २. नॊटी ब्वाय कनुआ बहुत ही नाटी ब्वाय था । वह अपनी मम्...
बहुत सुन्दर चर्चा....इन ब्लोग्स पर कल जाउंगी ..
ReplyDeleteप्यारे प्यारे ब्लोग है. सुंदर चर्चा...........
ReplyDeleteबच्चों के साथ बतकही बड़ी रोचक लगी।
ReplyDeleteसद्भावी -डॉ० डंडा लखनवी