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चर्चा मंच पर पोस्ट बहुत ज्यादा हो जाती है!
परन्तु मेरा वादा है कि नन्हे-सुमनों की
चर्चा तो लगाता ही रहूँगा!
प्रस्तुत है बाल चर्चा मंच का
(25वाँ) रजत जयन्ती अंक!
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आज सबसे पहले
ये तो पुरानी बात हों गई है
लेकिन आज जिस बात ने कान खड़े कर दिये है वह यह है कि...
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अब देखिए -
- -गिरिजा कुलश्रेष्ठ-
सुनो-सुनो ओ मच्छर जी।
हो तुम कितने निष्ठुर जी।
बातों-बातों में ही तुमने,
मारे डंक बहत्तर जी ।
नन्हे नाजुक लगते हो, ..
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में देखिए यह सुन्दर कविता-
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अब देखिए
ਰੇਲ - ਗੱਡੀ .....-(ਇਹ ਕਵਿਤਾ ਮੈਂ ਓਦੋਂ ਲਿਖੀ ਸੀ ਜਦੋਂ ਮੈਂ ਚੌਥੀ ਜਮਾਤ ਵਿੱਚ ਪੜ੍ਹਦੀ ਸੀ)
*Cu`k- Cu`k krdI ryl g`fI *
*vyKo swry ikMnI v`fI* *KWdI A`g hY pIvy pwxI*
*pqw nhIN ikQy jw...
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मेरे ब्लॉग पर आने वाले सभी बड़े और मेरे जैसे नन्हे दोस्तों से मेरी रिक्वेस्ट ...
*यह पोस्ट मैं आनंद राठौर अंकल की ब्लॉग से लेकर आया हूँ |
-*Narayanan Krishnan*
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पता है कल हम कहाँ गए थे ?
भोपाल के डी.बी. सिटी मॉल में शौपिंग के् लिए!
जो शायद सेंट्रल इंडिया का सबसे बड़ा मॉल है.
- ये कब खुल गया हमें तो पता ही नहीं था. ...
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अनुष्का जी बता रहीं हैं!
मेरे सारे डाक्युमेंट्स आते ही बस हमारा इण्डिया विज़िट तय हो गया ....
पापा ने छुट्टियों के लिए आवेदन दिया
लेकिन उन दिनों उनके प्रोजेक्ट में इतना काम था कि अ..
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माधव कह रहे हैं!
मेरा कारनामा देख लीजिए ना प्लीज!
-कल पापा -मम्मी , बड़े पापा के साथ ड्राइंग रूम में बाते कर रहे थे ,
मै दूसरे कमरे में खेल रहा था .
खेलते खेलते मेरे हाथ पापा की एक कॉपी लग गयी ,
बस क्या था ...
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पार्थवी जी की भी तो सुनिए!
*ये एक चुनौती है खुली चुनौती है कोई ??
It's an open Challenge??* * *
* * * 9 9 9 9 5 5 5 5 **3 3 3 3 *
*1 1 1 1 * *
* *इनमे से कोई छह अंक (नम्बर्स) को ले कर ...
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नन्हे-मुन्हे पर
अनिल सवेरा जी ने भेजी है
यह सुंदर बाल कविता भी हमे . धन्यवाद!
मोका !!! -
*चीनू चुहिया, बिल मे बेठी*
*गुप चुप झांक रही थी,*
*बाहर बेठी बिल्ली मोसी,*
*मोका तांक रही थी.* ....
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का यह अंक भी तो पढ़ लीजिए!
*पंखुरी टाइम्स* का एक अंक पंखुरी बेटी के शब्दकोष के बारे में था,
आपने ज़रूर पढा होगा.बिटिया के विकास क्रम में शब्द बोलना सीखने
और खुद नये शब्द गढने की प्रक्...
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और अन्त में-
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सेवों का मौसम आया है ।
कितना सुन्दर रूप तुम्हारा।
लाल रंग है प्यारा-प्यारा।...
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रजत जयन्ती अंक में सभी बच्चों के ब्लोग्स की सुंदर चर्चा...... आभार
ReplyDeleteसरस पायस की चर्चा के लिए आभार!
ReplyDeleteसभी दोस्त मिल जाते हैं यहाँ .... प्यारी चर्चा धन्यवाद मयंक अंकल
ReplyDeleteबहुत सुन्दर बाल ब्लॉग चर्चा नानाजी ....आभार
ReplyDeleteअनुष्का
बहुत ही सुन्दर....
ReplyDeleteबहुत अच्छा मंच मिल जाता है बच्चों को एक दूसरे के बारे में जानने के लिऐ...
अच्छी बाल चर्चा ....
Dr. Uncle,
ReplyDeleteThank you for placing my poem ...छुक-छुक रेल गाड़ी on Bal Charcha munch.
I like this blog ....as I can read a lot and can meet my other friends.
Supreet
बहुत प्यारी चर्चा है, बधाई।
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