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15 June, 2010

"चर्चा बच्चों के ब्लॉगों की-2" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री "मयंक")


लाया हूँ मैं कितने सारे!
ब्लॉग सजे हैं प्यारे-प्यारे!
नन्हे मुन्नों की चर्चा में,
बक्से सबके न्यारे-न्यारे!!

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सबले पहले चर्चा है नन्ही परी की
बारिश का मजा तो छाता लगाकर घूमने में ही है-

बारिश में मस्ती - आज यहाँ बहुत बारिश हुई / मुझे बारिश में भीगने में बहुत मज़ा आता है / जैस ही बारिश शुरू हुई मैंने छाता लिया और पापा के साथ पहुचँ गयी बारिश का मज़ा लेने... :...
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सरस पायस पर पढ़िए यह अनूदित बालकविता
हम क्या उगाते हैं? : हेनरी एबे की अँगरेज़ी कविता का हिंदी अनुवाद - * हम क्या उगाते हैं?* हम क्या उगाते हैं, जब पेड़ लगाते हैं? हम पानी का जहाज उगाते हैं, जो समुद्र पार करेगा। हम मस्तूल उगाते हैं, जिस पर पाल बँधेगी। हम वे ...
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बाल सजग में ध्वनि प्रदूषण पर 
चिन्ता व्यक्त की गई है इस कविता में-

कविता :शोर - शोर गाड़ियों एंव आदि वाहनों का । कितना होता है शोर ॥ इस शोर से आधी जनता । हो जाती है खूब सारा बोर ॥ इस शोर को कैसे रोका जाए । इस बात को पूरी दुनियाँ में बत...

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चुलबुल ने बहुत ही बढ़िया कार्टून लगाया है यहाँ तो-

pandit ji - अब और क्या खिलाऊ ......

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जीवन के पाठ पढ़ाती है-
My Lessons in Life - ** * By Azim Premji I am very happy to be here with you. It is always wonderful to be with young people. As my hair turned from black, to salt and pepp...
 
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आँधी के साथ-साथ माधव को मिले 
नये कपड़े और खिलौने-
दिल्ली में आंधी और मेरे नए कपडे -नए खिलौने - शनिवार को मम्मी पापा मुझे सुलाकर कमलानगर गए . वहां कोल्हापुर रोड से उन्होंने मेरे लिए तीन टी शर्ट और दो खिलोने लिए . एक एयर बस और एक creative ब्लाक . एयर ब...

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कान्हा जी बाल लीलाएँ दिखा रहे हैं यहाँ-

कान्हा की बाल-लीलाएं-6 ( ब्रह्मण्ड दिखाना ) - जब कान्हा बहुत छोटे थे तो बाल-स्वभाव वश वो भी मिट्टी खाते थे । मां उनको बहुत समझाती पर कान्हा मां के डर से छुप-छुपकर मिट्टी खाने लगे । एक बार कान्हा जब सबस...


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यह पीला तरबूज तो बहुत मीठा होगा-
वो था पीला तरबूज (Yellow Watermelon) - अगर तरबूजा लाल होता तो आप एकदम पहचान जाते न.. इस बार जब हम शोपिंग करने गए तो हमें ये पीला तरबूजा दिखा... स्वाद लाल से थोड़ा अलग. थोड़ा ज्यादा मीठा.... ...
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अरे वाह....
शुभम जी की बिल्ली का एयरोप्लेन तो बहुत बढ़िया है-
म्याऊं बिल्ली का एयरोप्लेन - एक न पता है क्या था ? क्या था ? म्याऊं बिल्ली , उसकी एक गाडी भी थी बडी सी । म्याऊं बिल्ली तो गाडी के नीचे खडी रहती , और उसे चोट लग गई । फ़िर उसे तो बहुत ...

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पाखी कितनी खुश है
देखिए तो उनकी पोस्ट-
पाखी की सतरंगी छटा - *अपनी फोटो देखना किसे अच्छा नहीं लगता और यदि कोई आपको ही ड्राइंग करे तो कित्ता मजेदार. * *मुझे तो अपनी फोटो देखना बहुत अच्छा लगता है. और यदि कोई आपकी पेंट...

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 बच्चों के लिए मजेदार पहेलियाँ यहाँ है!
जल्दी से पढ़िए और उत्तर दीजिए!
पहेलियाँ-8 - 1. कहलाता तो हूँ मैं चूल्हा, पर अजब है मेरा रूप। तेल, गैस न लकड़ी माँगूँ, मुझे तो चाहिए धूप। 2. अंत कटे तो चाव बनूं, मध्य कटे तो चाल। तीन अक्षर का अन्न हूँ,...

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नन्हे सुमन पर तो चन्दा-मामा की कविता है-
"चन्दा-मामा" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री "मयंक") - *!! चन्दा-मामा !!* * नभ में कैसा दमक रहा है। * *चन्दा मामा चमक रहा है।।* *कभी बड़ा मोटा हो जाता। * *और कभी छोटा हो जाता।।* ** *करवा-चौथ पर्व जब आता। * *चन्...
 
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नन्ही कोपल को भी तो बारिश का इन्तजार है-
बारिश का मौसम - बारिश का इंतजार वैसे तो सबको होता है पर सबसे ज्यादा उसे होता है जिसे बारिश और बारिश का मौसम दोनों ही पसंद हो । मुझे भी बारिश बेहद पसंद है बारिश में भीगना फ...

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ओ माँ तुझे सलाम!! 
ओ मां - *परिस्थितियां हमें कभी कभी इतना विवश कर देती हैं कि हम चाह कर भी कुछ कर नहीं सकते----बस उन हालातों को मूक दर्शक बने देखते रहते हैं और खुद को हवाले कर...

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और अन्त में देखिए- इस डॉगी को-

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"Faith" - क्या यह चमत्कार नहीं है कि एक छोटा सा प्यारा Dogy क्या कर सकता है ? A DOG NAMED FAITH जी हाँ इस प्यारे से dog का नाम है "Faith" है। जन्म सन २००२ में क्रिस...


12 comments:

  1. इससे बेहतर सुबह की शुरुआत नहीं हो सकती... प्यारे प्यारे... बच्चे...

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  2. बहुत सुन्दर
    बच्चों की दुनिया में भ्रमण कर अच्छा लगा

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  3. यदि आपकी नजर में बच्चों के अन्य भी ब्लॉग हैं तो उसका यू.आर.एल. टिप्पणी में अवश्य दीजिएगा!
    आभारी रहूँगा!

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  4. बहुत बढ़िया चर्चा!!

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  5. नन्हे बच्चों की दुनिया उनकी ही तरह खुबसूरत है....

    regards

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  6. subeh subeh nanhe munno ka ye blog dekh kar man khushi se bhar uthta hai aur hotho par muskan thirakne lagti he.

    bahut acchha prayas.

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  7. अच्छा तो अब बच्चे भी ब्लौगिंग करने लगे? लेकिन ब्लौग बनाने के लिए आधिकारिक उम्र तो शायद १८ साल है न?

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  8. बहुत सुन्दर चर्चा।

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  9. बेहतरीन बाल चर्चा शास्त्री जी !

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  10. निशान्त जी!
    ब्लॉग बच्चों के हैं!
    मगर बनाए बड़ों ने हैं!

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