tag:blogger.com,1999:blog-6179172012135228892.post2941901995730484720..comments2024-02-04T15:23:54.064+05:30Comments on "धरा के रंग": ब्लॉगर मीट का निमन्त्रण-FIND RAJASTHANशास्त्री "मयंक"http://www.blogger.com/profile/04535724588279987792noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-6179172012135228892.post-58269942652496653282011-05-30T19:13:13.601+05:302011-05-30T19:13:13.601+05:30sahisahihamarivanihttps://www.blogger.com/profile/13556207298223545364noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6179172012135228892.post-21277743662606675712011-04-26T23:01:15.405+05:302011-04-26T23:01:15.405+05:30"हम में अधिकतर लोग तब प्रार्थना करते हैं, जबक..."हम में अधिकतर लोग तब प्रार्थना करते हैं, जबकि हम किसी भयानक मुसीबत या समस्या में फंस जाते हैं| या जब हम या हमारा कोई किसी भयंकर बीमारी या मुसीबत या दुर्घटना से जूझ रहा होता है तो हमारे अन्तर्मन से स्वत: ही प्रार्थना निकलती हैं| क्या इसका मतलब यह है कि हमें प्रार्थना करने के लिये किसी मुसीबत या अनहोनी के घटित होने का इन्तजार करना चाहिए!"<br /><br />"स्वस्थ, समृद्ध, सफल, शान्त और आनन्दमय जीवन हर किसी का नैसर्गिक (प्राकृतिक) एवं जन्मजात अधिकार है| आप इससे क्यों वंचित हैं?"<br /><br />एक सही ‘‘वैज्ञानिक प्रार्थना’’ का चयन और उसका अनुसरण आपके सम्पूर्ण जीवन को बदलने में सक्षम है| जरूरत है तो बस इतनी सी कि आप एक सही और पहला कदम, सही दिशा में बढाने का साहस करें|<br /><br />"सफल और परिणाम दायी अर्थात ‘‘वैज्ञानिक प्रार्थना’’ का नाम ही- "कारगर प्रार्थना" है! जिसका किसी धर्म या सम्प्रदाय से कोई सम्बन्ध नहीं है| यह प्रार्थना तो जीवन की भलाई और जीवन के उत्थान के लिये है| किसी भी धर्म में इसकी मनाही नहीं है|"वैज्ञानिक प्रार्थनाhttps://www.blogger.com/profile/06920100577503476184noreply@blogger.com